Saturday, March 31, 2012

चैत्र माह में तरूण ज्ञान सागर में डूबकी की चाह

बांसवाडा। क्रान्तिकारी राष्ट्रसंत तरूण सागर जी महाराज द्वारा पूरे देश में जनजन को झकझोर देने वाली कडवे प्रवचन माला का शुभारंभ रविवार को शहर के ऐतिहासिक कुशलबाग मैदान में होगा। ध्वजारोहण मण्डप पूजन, गुरु चरण पूजन एवं प्रक्षालन शास्त्र भेट तथा भगवान महावीर स्वामी की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुरू होने वाली प्रवचन माला अप्रेल तक चलेगी। कडवे प्रवचन प्रतिदिन .३० बजे शुरू होंगे और १० बजे तक महाराज श्री के मुखारविन्द से ज्ञान गंगा का प्रवाह होगा। बांसवाडा डूंगरपुर के अलावा पडौसी गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र राज्यों से हजारों मुनि भक्त एवं विभिन्न वर्ग समुदायों के श्रद्धालु इस प्रवचन माला का पुण्य अर्जित करने पहुंच चुके है।
चैत्र में डूबकी की चाह
भारतीय शास्त्रों में पूजन अर्चन एवं साधना उपासना की दृष्टि से नव वर्ष आरंभ चैत्र माह का विशेष महत्व प्रतिपादित किया गया है इसी के चलते बांसवाडा की स्थापना के लगभग ५०० वर्ष के इतिहास में पहली बार राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर महाराज के प्रवचन की ज्ञान गंगा प्रवाह में डूबकी की चाहत विद्यार्थी से लेकर वृद्ध जनों तक में हिलौरे मार रही है। रविवार को एक ओर भये प्रकट कृपाला के स्वर गुंजेंगे तो दूसरी ओर प्रवचनमाला से मोती बिखेरे जाएंगे।
तैयारियां पूर्ण ,श्रद्धालुओं का जमघट
रविवार सुबह साढे आठ बजे शुरू होने वाली प्रवचनमाला में ज्ञानामृत बटोरने श्रद्धालुओं की पहुंच का सिलसिला शनिवार को शाम तक अपने चरम पर रहा। पडौसी राज्यों से भी बडी संख्या में श्रद्धालु बांसवाडा पहुंचे। एतिहासिक कुशलबाग मैदान में दस हजार श्रद्धालुओं के बैठने की क्षमता वाला पाण्डाल बनाया गया है। इन दिनों चैत्र माह की आराधना का दौर जारी है तथा रविवार के अवकाश के दिन प्रवचन माला की शुरूआत को देखते हुए बडी संख्या में श्रद्धालुओं का जमघट शहर की धर्मशालाओं और सार्वजनिक स्थलों पर लग चुका है। कई श्रद्धालु पूरे पांच दिन प्रवचन का पुण्य अर्जित करने बांसवाडा पहुंच चुके है। परीक्षाओं के बावजूद विद्यार्थी वर्ग भी तरूण ज्ञान सागर में गोता लगाने को उत्साहित है।
काश मुनि श्री मेहरबान हो जाए
अध्यात्म जगत में सिंह गर्जना के साथ दिल और दिमाग को झकझोर देने वाले राष्ट्रसंत तरूण सागर जी महाराज की पांच दिन की प्रवचनमाला कामकाजी श्रद्धालुओं को नाकाफी लग रही है। यही नहीं विभिन्न सरकारी और निजी प्रतिष्ठानों में काम पर जाने वाले श्रद्धालुओं की जायज और जनहित केन्द्रित दलिल है कि मुनि श्री की मेहरबानी हो जाए तो से अप्रेल तीन दिन अवकाश के दिनों का सदुपयोग प्रवचनमाला पुण्यार्जन में मिल सकेगा। श्रद्धालुओं का कहना है कि अप्रेल को गुड फ्राइडे, अप्रेल को शनिवार एवं अप्रेल को रविवार का अवकाश है ऐसे में महावीर जयन्ती पर विराम लेने वाली प्रवचन माला अप्रेल तक बढ सके तो श्रद्धालुओं का आठ दिन कडवे प्रवचन सुनने की अभिलाषा पूरी हो सकेगी। श्रद्धालुओं का मानना है कि बांसवाडा के इतिहास में तरूण सागर महाराज को सुनने का अवसर पहली बार मिल रहा है।